पीएम ने कहा कि ‘इंडिया आइडियाज समिट’ को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने के लिए यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल को धन्यवाद देता हूं. मैं वर्षगांठ पर USIBC को भी बधाई देता हूं.पिछले दशकों में, USIBC ने भारतीय और अमेरिकी कारोबार को करीब लाया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इंडिया आइडियाज समिट को संबोधित
पीएम ने कहा कि ‘इंडिया आइडियाज समिट’ को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने के लिए यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल को धन्यवाद देता हूं. मैं वर्षगांठ पर USIBC को भी बधाई देता हूं.पिछले दशकों में, USIBC ने भारतीय और अमेरिकी कारोबार को करीब लाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इंडिया आइडियाज समिट को संबोधित किया. भारत-अमेरिका बिजनेस काउंसिल (USIBC) की स्थापना के 45 साल पूरे होने पर दो दिनी इंडिया आईडिया समिट का आयोजन किया जा रहा है. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि ‘इंडिया आइडियाज समिट’ को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करने के लिए यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल को धन्यवाद देता हूं. मैं वर्षगांठ पर USIBC को भी बधाई देता हूं.पिछले दशकों में, USIBC ने भारतीय और अमेरिकी कारोबार को करीब लाया है. उन्होंने कहा कि भारत में निवेश करने पर अवसर बेहद उज्जवल हैं.USIBC समिट में संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बेहतर भविष्य के लिए दोनों देशों की साझेदारी को बढ़ाने पर पर जोर दिया. भारत को एक आकर्षक निवेश अवसर के तौर पर पेश करने पर भी उनका फोकस रहा.पीएम ने एविएशन यानी उड्डयन, डिफेंस यानी रक्षा और स्पेस यानी अंतरिक्ष को भारत में निेवेश के लिहाज से अमेरिका के लिए अहम क्षेत्र माना.
पीएम मोदी ने अमेरिकी कंपनियों को संदेश देते हुए कहा कि लॉकडाउन में भारत को 20 अरब डॉलर का निवेश मिला है.
पीएम ने कहा, भारत में निवेश पर अपार मौके है. खुला दिमाग, खुला बाजार बनाता है. उन्होंने कहा कि बीते 6 वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था और खुली है.हम सभी इस बात पर सहमत हैं कि दुनिया को बेहतर भविष्य की जरूरत है. हम सभी को एकसाथ आकर बेहतर भविष्य देना होगा. मैं पूरी तरह से मानता हूं कि भविष्य को लेकर अप्रोच मानव केंद्रित होना चाहिए.उन्होंने कहा कि भारत निवेशकों को कारोबार करने को आमंत्रित करता है. देश में ऊर्जा, कृषि, प्रौद्योगिक क्षेत्र, बिजली बुनियादी ढांचा समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के काफी अवसर हैं.पीएम ने कहा कि हाल के अनुभवों ने हमें सिखाया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था दक्षता और अनुकूलन पर केंद्रित है, दक्षता एक अच्छी चीज है,लेकिन हम कुछ समान रूप से महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान देना भूल गए.आत्मनिर्भर भारत के स्पष्ट आह्वान के माध्यम से भारत एक समृद्ध दुनिया में योगदान कर रहा है. पिछले छह वर्षों में, हमने अपनी अर्थव्यवस्था को अधिक खुला और सुधारोन्मुख बनाने के लिए पर्याप्त प्रयास किए हैं. हमारे आर्थिक सुधारों ने प्रतिस्पर्धा और पारदर्शिता को बढ़ाया है और डिजिटलीकरण’ का विस्तार किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा, भारत आपको बुनियादी ढांचे में निवेश करने के लिए आमंत्रित करता है. आइए, हम लाखों लोगों के लिए आवास का निर्माण करें, या हमारे राष्ट्र में सड़कों, राजमार्गों और बंदरगाहों का निर्माण करें. भारत अवसरों की भूमि के रूप में उभर रहा है. मैं आपको टेक्नोलॉजी क्षेत्र का एक उदाहरण देता हूं. हाल ही में, भारत में एक दिलचस्प रिपोर्ट सामने आई. इसने पहली बार कहा, शहरी इंटरनेट यूजर्स की तुलना में ग्रामीण इंटरनेट यूजर्स की संख्या अधिक है.
इस वर्चुअल शिखर बैठक में भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर भी मौजूद रहे. इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ‘इंडिया आइडियाज’ सम्मेलन में अमेरिका के साथ व्यापार संबंधों को लेकर कहा था कि हमें लंबित समस्याओं को सुलझाने और आगे कुछ बेहतर की ओर बढ़ने की जरुरत है.दोनों देशों के मजबूत रिश्तों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका में बड़े एजेंडे तय करने की क्षमता है.
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