मार्च महीने में ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी और लू की तपिश तेज होने लगी है। लोगों को मार्च में ही मई-जून की गर्मी का एहसास होने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों को गर्मी और सताएगी। दिल्ली, उत्तर
मार्च महीने में ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में गर्मी और लू की तपिश तेज होने लगी है। लोगों को मार्च में ही मई-जून की गर्मी का एहसास होने लगा है। मौसम विभाग का कहना है कि ऐसे में आने वाले दिनों में लोगों को गर्मी और सताएगी। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और मुंबई समेत कई राज्यों में अभी से भीषण गर्मी पड़ने लगी है। गर्मी का चढ़ा पारा लोगों के लिए परेशानी का सबब बनने लगा है।
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 18.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अधिकतम तापमान में आने वाले दिनों में और बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
दिल्ली में बुधवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान के क्रमश: 40 और 22 डिग्री सेल्सियस होने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, शहर में मंगलवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही। सुबह सवा नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 272 रहा।
शून्य से 50 के बीच AQI को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 से 500 के बीच AQI को ‘गंभीर’ माना जाता है।
IMD ने कहा कि 30 मार्च से एक अप्रैल के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र में गरज/बिजली/तेज हवाओं (40-50 किमी प्रति घंटे) के साथ काफी व्यापक रूप से बारिश होने की संभावना है। इसी अवधि के दौरान असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि अगले 5 दिनों के दौरान केरल-माहे, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराइकल और तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में मध्यम बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराइकल और लक्षद्वीप में भी 28 और 29 मार्च को गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि अगले 2 दिनों के दौरान जम्मू डिवीजन, हिमाचल प्रदेश और गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में अलग-अलग हीट वेव की स्थिति जारी रहने की संभावना है। पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ और राजस्थान में भी अगले 4-5 दिनों के दौरान लू की स्थिति का सामना करना पड़ेगा।
30 मार्च से एक अप्रैल के दौरान दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, पूर्वी मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्सों, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भी लू चलने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि अगले 5 दिनों के दौरान महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की धीरे-धीरे वृद्धि होने की संभावना है। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, मार्च के महीने में बारिश नहीं होने से गर्मी बढ़ने की संभावना है।
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